
Smartphone Life: अक्सर लोग स्मार्टफोन की खरीद में तंत्रणा करते हैं, उन्हें विचार होता है कि स्मार्टफोन का सही रूप से प्रयोग किया जाएगा तो खराब नहीं होगा, परंतु यह एक भ्रांति है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि स्मार्टफोन की शरीर को तो आप सतर्कता से बचा सकते हैं, लेकिन उसके आंतरिक हिस्सों को कोई हानि नहीं पहुंचेगी, यह दृढ़ता नहीं रखता। स्मार्टफोन कुछ समय के प्रयोग के बाद ही खराब होने लगता है, चाहे आप उसे कितने भी अच्छे से इस्तेमाल करें।
स्मार्टफोन में आने वाली दोषों को ठीक करने की संभावना है। हालांकि इसकी कोई समयसीमा नहीं होती है। हालांकि, कुछ अंश ऐसे होते हैं जिनकी समयसीमा होती है। यदि ये अंश काम करना बंद कर दें, तो स्मार्टफोन खराब हो सकता है और काम नहीं करेगा। आप इन अंशों की पुनर्स्थापना करके स्मार्टफोन को काम करने में सक्षम कर सकते हैं। आज हम आपके लिए ऐसे स्मार्टफोन के अंश लेकर आए हैं, जिनकी समयसीमा वास्तविक रूप से होती है।
स्मार्टफोन बैटरी की एक्सपायरी डेट
आपको यह आश्चर्य हो सकता है कि किसी भी स्मार्टफोन बैटरी की एक्सपायरी डेट होती है, जिसे आप आपके द्वारा भी देखा जा सकता है। यदि स्मार्टफोन की बैटरी में कई प्रकार के रासायनिक तत्वों का उपयोग किया जाता है और समय के साथ ये तत्व परिवर्तित होते हैं, और इससे खराबियां आने लगती हैं, जिसके कारण बैटरी की चार्ज होल्डिंग क्षमता कम हो जाती है और आखिरकार यह पूरी तरह से खराब हो जाती है।
यह बताया गया है कि हर स्मार्टफोन बैटरी के पीछे लिखा होता है कि उसे कितनी बार चार्ज किया जा सकता है। दरअसल, यही उसकी एक्सपायरी डेट होती है। आसान शब्दों में कहें तो, अगर किसी बैटरी के पीछे लिखा होता है कि उसे एक हजार बार चार्ज किया जा सकता है, तो यह इसका मतलब है कि एक हजार बार या इससे कुछ अधिक बार चार्ज करने के बाद इस बैटरी में खराबी आनी शुरू हो जाएगी। दरअसल, बैटरी में उपयोग होने वाले रासायनिक तत्वों की जीवनकाल सीमित होती है और जितनी बार बैटरी को चार्ज किया जाता है, उनमें परिवर्तन आते रहते हैं और आखिर में वे पूरी तरह से खराब हो जाते हैं। यदि बात स्मार्टफोन की हो, तो इसकी एक्सपायरी डेट उसके उपयोग की बैटरी की एक्सपायरी डेट पर निर्भर करती है, हालांकि बैटरी को पुनर्स्थापित किया जा सकता है तो स्मार्टफोन को दीर्घकालिक रूप से प्रयोग में रखा जा सकता है।