
फिल्म: ड्रीम गर्ल 2 (Dream Girl 2)
निर्देशक: राज शांडिल्य
प्रमुख स्टार कास्ट: आयुष्मान खुराना, अनन्या पांडे, परेश रावल, अन्नू कपूर, राजपाल यादव, विजय राज, अभिषेक बनर्जी और मनजोत सिंह
अवधि: 133 मिनट
कहां देखें: थिएटर्स
क्या है कहानी: फिल्म की कहानी पिता जगजीत सिंह (अन्नू कपूर) और बेटे करमवीर सिंह (आयुष्मान खुराना) की है। जगजीत की वजह से दोनों खूब कर्ज में डूबे हैं। करम को परी श्रीवास्तव (अनन्या पांडे) से प्यार है लेकिन लड़की के पिता जयपाल (मनोज जोशी) ने 6 महीने में अमीर होने की शर्त रखी है। ऐसे में जब कोई रास्ता नहीं सूझता तो करम फिर से पूजा बनकर अपना जलवा बिखेरता है। इसके बाद कैसे पूजा की जिंदगी में अबू सलीम (परेश रावल), सोना भाई (विजय राज), शौकिया (राजपाल यादव), युसुफ अली (असरानी), जुमानी (सीमा पहवा), शाहरुख सलीम (अभिषेक बनर्जी) और टाइगर पांडे (रंजन राज) आते हैं, ये काफी मजेदार ढंग से दिखाया गया है। अब इन के आने से क्या परेशानियां आती हैं, कैसे हालात बनते हैं और कैसे करम/पूजा उससे जूझते हैं, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
क्या कुछ है खास और कहां खाई मात: फिल्म की सबसे खास बात इसकी स्क्रिप्टिंग है और ऐसा लगता है कि जैसे कॉमेडी पंच की बारिश हो रही है। एक पंच खत्म होने से पहले ही दूसरा जोक आ जाता है, जिसकी वजह से आप लगातार हंसते रहते हैं। फिल्म का फर्स्ट हाफ स्ट्रॉन्ग है, लेकिन सेकेंड हाफ थोड़ा स्लो हो जाता है। फिल्म की एक ओर अच्छी बात है कि ये कुछ कुछ देर में कोई न कोई एक छोटा सा मैसेज भी आपको दे देती है, जिस पर ध्यान जाता है लेकिन तुरंत ही कॉमेडी से आप उस पर टिके नहीं रहते हैं। वहीं फिल्म में लाइटिंग का इस्तेमाल भी अच्छा किया गया है कि लड़कियो के बीच में जब आयुष्मान होते हैं तो नजर उन पर ही रहती हैं और आप आस पास की लड़कियों को देखते ही नहीं हैं। लाइटिंग के अलावा फिल्म बाकी तकनीकि तौर पर स्ट्रॉन्ग नहीं है, लेकिन जिस तरह की ये फिल्म है, उस में ये बात बतौर दर्शख खास मायने नहीं रखती है। ऐसा नहीं है कि फिल्म में सब कुछ अच्छा ही है, बल्कि कई जगह पर फिल्म हलकी भी साबित होती है। फिल्म का म्यूजिक बहुत कमजोर है और बहुत कोशिश करने के बाद भी उससे कनेक्ट होना मुश्किल होता है। शुरु में ही देवी पूजा में एक बॉलीवुड सॉन्ग जमता नहीं है। वहीं मनोज जोशी का किरदार थोड़ा लॉलिग (अजीब तरह से बोलना) करता दिखता है, जिसका तुक नहीं बैठता है।
कैसी है एक्टिंग और निर्देशन: फिल्म में अधिकतर कलाकार ड्रीम गर्ल के ही हैं, हालांकि इस बार कहानी के मुताबिक उन में से कुछ के किरदार बदल गए हैं। बात एक्टिंग की करें तो आयुष्मान खुराना ने पूजा और करम दोनों ही किरदारों में जान डाली है। पूजा के किरदार में कई बार आयुष्मान का मर्दाना अंदाज खूब हंसाता है, वहीं आवाजा के साथ इस बार उनकी अदाएं भी देखने को मिली है। आयुष्मान के बाद अन्नू कपूर और विजय राज ने तगड़ा परफॉर्मेंस दिया है और कहना गलत नहीं होगा कि महफिल ही लूट ली है। विजय राज और अन्नू कपूर ने किरदार में जान डालने का काम किया है और बहुत की खूबसूरती से किरदार को निभाया है। वहीं मनजोत सिंह, अभिषेक बनर्जी, परेश रावल, राजपाल यादव, रंजन राज और सीमा पहवा का भी काम अच्छा है। इन सबके बाद बात अनन्या पांडे की करें तो किरदार के लुक में तो वो ढल गई हैं और काफी प्यारी दिख रही हैं लेकिन एक्टिंग इस बार भी कच्ची दिखती है। फिल्म में कई बार देसी बोलचाल की भाषा में अनन्या फीकी दिखती हैं और उनकी कोशिश झलकती है। बात एक्टिंग के अलावा निर्देशन की करें तो राज शांडिल्य का निर्देशन एवरेज है। स्क्रिप्ट और एक्टिंग पर ही पूरी फिल्म टिकी है बतौर निर्देशक कुछ अलग या नया न तो राज करते दिखे हैं और न ही इसके लिए कुछ खास जगह दिखती है। कई चीजों में गुंजाइश दिखती है लेकिन जो है वो भी अच्छा है।
देखें या नहीं: कुल मिलाकर ‘ड्रीम गर्ल 2’ एक मजेदार कॉमेडी फिल्म है, जिसे परिवार के साथ एन्जॉय किया जा सकता है। फिल्म आपको खूब हंसाती है, हालांकि बैक टू बैक लाफ्टर पंच के लिए आपको एक्टिव लिस्नर होने की जरूरत होगी। वरना आप कई वन लाइनर्स मिस कर देंगे। फिल्म मजेदार है और इसे आप थिएटर में ही देखें, लेकिन यदि आपको घर पर देखने का मौका मिलता है तो भी आप इसे एन्जॉय कर सकते हैं। फिल्म का आकर्षक कॉमेडी और मनोरंजन के साथ-साथ कुछ मैसेजेस को सुलभता से प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है।