
TGT Teacher Eligibility : टीजीटी यानी ट्रेड ग्रेजुएट टीचर बनने के लिए आपको ग्रेजुएशन के साथ बीएड की डिग्री होनी चाहिए। हालांकि, बीएड की डिग्री नहीं होने पर भी टीजीटी टीचर बन सकते हैं। चाहे आपका लक्ष्य नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय या किसी अन्य सरकारी स्कूल में हाईस्कूल के शिक्षक बनने का हो, बीएड की डिग्री ही आवश्यक है। हालांकि, हम आपको यहां बताएंगे कि बिना बीएड की डिग्री के सरकारी स्कूल में टीजीटी टीचर कैसे बन सकते हैं।
उत्तर प्रदेश एक राज्य है जहां कला के टीजीटी टीचर बनने के लिए बीएड की अनिवार्यता नहीं है। इसके लिए आपको इंटरमीडिएट में ‘तकनीकी ड्रॉइंग’ को पास करना होगा, जिसे अंग्रेजी में ‘टेक्निकल ड्राइंग’ कहा जाता है। इसके बाद, किसी भी विषय में ग्रेजुएशन डिग्री रखने वाले व्यक्ति टीजीटी टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में कला क्षेत्र में टीजीटी टीचर बनने के लिए योग्यता
उत्तर प्रदेश में कला क्षेत्र के टीजीटी टीचर बनने के लिए, राजकीय कला और शिल्प विद्यालय, लखनऊ से ‘आर्ट मास्टर ट्रेनिंग सर्टिफिकेट’ की डिग्री होनी चाहिए, जिसे पहले ‘ड्राइंग टीचर्स सर्टिफिकेट’ के रूप में जाना जाता था, या ‘प्राविधिक कला’ के साथ यूपी बोर्ड की परीक्षा में पास होना चाहिए। या हाईस्कूल में ‘प्राविधिक कला’ के साथ इनमें से कोई भी एक योग्यता होनी चाहिए:
- ‘ड्राइंग’ या ‘पेंटिंग’ के साथ बीए
- ‘कला भवन’, ‘शांति निकेतन’ का ‘फाइन आर्ट डिप्लोमा’
- ‘राजकीय ड्राइंग और हैंडीक्रॉफ्ट सेंटर’, इलाहाबाद का ‘सर्टिफिकेट’
- ‘कलकत्ता’ की ‘फाइनल ड्राइंग टीचर्सशिप परीक्षा’
- ‘लाहौर’ के ‘मेयो स्कूल ऑफ आर्ट्स’ की ‘टीचर्स सीनियर सर्टिफिकेट परीक्षा’
- ‘बम्बई’ की ‘इंटरमीडिएट ग्रेड ड्राइंग परीक्षा’
- ‘बम्बई’ की ‘थर्ड ग्रेड आर्ट्स स्कूल’ परीक्षा पास होनी चाहिए।
ग्रेजुएट होना अनिवार्य है
‘प्राविधिक कला’ से इंटरमीडिएट पास हों या हाईस्कूल में ‘प्राविधिक कला’ के साथ योग्यता हो, तो दोनों स्थितियों में ग्रेजुएट होना आवश्यक है। इसके बिना आर्ट के टीजीटी टीचर नहीं बन सकते।
यूपी टीजीटी टीचर की सैलरी
यूपी टीजीटी टीचर की बेसिक सैलरी पे लेवल-7, ग्रेड पे 4600 रुपये के साथ 44900-142400 रुपये होती है। इसके साथ कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं।