
बिहार में BPSC द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा का आज पहला दिन प्रारंभ हो रहा है। बीपीएससी ने परीक्षा का आयोजन दो पालिकाओं में किया है। इस शिक्षक भर्ती की तिथि 24 से 26 अगस्त के बीच निश्चित की गई है और इसके दौरान प्राथमिक, माध्यमिक, और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने का संकल्प लेने वाले अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित होंगे। बीपीएससी ने पहले ही नियमों और आदेशों की घोषणा कर परीक्षा संबंधित मार्गदर्शन जारी किए हैं।
बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन बीपीएससी द्वारा पहली बार किया जा रहा है। साथ ही, बिहार सरकार ने पहली बार बिहार के बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी परीक्षा में भाग लेने का अवसर प्रदान किया है। इससे पहले, बिहार में शिक्षक बनने का अधिकार केवल बिहार के निवासियों को था।
कुल 900 परीक्षा केंद्र तैयार किए गए हैं बिहार सरकार ने परीक्षा के लिए राज्य भर में लगभग 900 परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं। इसके साथ ही, परीक्षा को निष्कलंक और शांतिपूर्ण बनाने के उद्देश्य से सभी परीक्षा केंद्रों पर बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। परीक्षा में कुल 8 लाख 15 हजार अभ्यर्थी भाग लेंगे, जबकि खाली पदों की संख्या 1 लाख 70 हजार है।
इस तीन दिन तक चलने वाली परीक्षा को दो पालिकाओं में विभाजित किया गया है। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली शाम को 3:30 बजकर 5:30 तक चलेगी। उम्मीदवारों को ई-प्रवेश पत्र पहले ही उपलब्ध कराए गए हैं।
बाहर से आने वाले छात्रों की कठिनाइयाँ बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा देने आए दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। यहाँ के विभिन्न जिलों में परीक्षा केंद्र तैयार किए गए हैं, जिनके बारे में उन्हें बेहद कम जानकारी थी। इस कारण, उन्हें पहुंचने में कई समस्याएँ आईं। हजारों शिक्षक अभ्यर्थी ने होटल और लॉजिंग के बुक हो चुके होने के कारण रेलवे स्टेशन पर रात बिताई। उन्हें स्थानीय शहर के होटल में ठिकाने की समस्या से भी गुजरना पड़ा, और कुछ ने स्टेशन और सड़क के किनारे पॉलिथीन में सोने का समाधान निकालना पड़ा।